वायरिंग को Check करने के तरीके
वायरिंग को Check करने के तरीके
How To Check Phase And Neutral Wire : कहीं पर भी वायरिंग करने के बाद में उसकी जांच करना बहुत ही जरूरी है. बहुत बार हम सोचते हैं कि हमने जो वायरिंग की है वह बिल्कुल सही है कहीं पर किसी प्रकार का कोई भी फॉल्ट नहीं होगा. लेकिन एक छोटी सी गलती के कारण भी हमारी पूरी वायरिंग खराब हो सकती है और हमारे उपकरण को यह हमें नुकसान हो सकता है. इसीलिए वायरिंग करने के बाद में उसे जांच जरूर करें.
वायरिंग को जांच करने की जरूरत हमें कोई फॉल्ट आने पर करनी पड़ती है लेकिन अगर आप अपनी वायरिंग को पहले ही जांच लें तो आप की वायरिंग में कम-से-कम दिक्कत आएगी. तो इस पोस्ट में हम आपको वायरिंग को टेस्ट करने के काफी तरीके बताने वाले हैं जिनकी मदद से आप अपने घर की सारी वायरिंग को बड़ी ही आसानी से जांच सकते हैं.
वायरिंग को टेस्ट करने के तरीके
- अर्थ कंटीन्यूटी टेस्ट
- अर्थ और वायरिंग के बीच इंसुलेशन टेस्ट
- शार्ट सर्किट टेस्ट
- पोलेरिटी टेस्ट
- ओपन सर्किट टेस्ट
अर्थ कंटीन्यूटी टेस्ट
हम सब जानते हैं कि हमारे घर में अर्थिंग होना बहुत ही जरूरी है अर्थिंग कैसे करते हैं और यह करने के क्या-क्या फायदे हैं इसके बारे में हमने पहले एक पोस्ट में बताया है. तो जब अर्थिंग की तारों को इस्तेमाल किया जाता है तो उससे पहले हमें यह पता करना बहुत ही जरूरी है कि हमें अर्थ की तार से सही तरह से काम कर रही है या नहीं. इस टेस्ट में मेगर के E टर्मिनल को मेन स्विच के अर्थ के तार से जोड़ दिया जाता है और मेगर के L टर्मिनल को अर्थ पॉइंट के साथ में जोड़ दिया जाता है . और फिर मेगर के हैंडल को घुमाया जाता है अगर सुई शून्य पर आ जाए तो अर्थिंग सही प्रकार से काम कर रही है और अगर मेगर की सुई शून्य पर ना आए तो इसका मतलब अर्थिंग में कोई ना कोई फॉल्ट है.
अर्थ और वायरिंग के बीच इंसुलेशन टेस्ट
अर्थ और वायरिंग के बीच इंसुलेशन टेस्ट में हर एक तार और अर्थ की तार के बीच में इंसुलेशन रेजिस्टेंस मापा जाता है इस टेस्ट की मदद से लीकेज करंट का पता लगाया जाता है इसीलिए इसे लीकेज करंट टेस्ट भी कहा जाता है.
सभी लैंप और लाइट को उनके Holder में लगा दें. और उनका स्विच ON कर दें. और मैन स्विच के Phase और न्यूट्रल की तार को आपस में एक साथ जोड़ दें.अब मेगर के E टर्मिनल को अर्थ की तार के साथ में जोड़ दें और L टर्मिनल को Phase और न्यूट्रल की तार के जुड़े सिरों के साथ में जोड़ दें. और मेगर के हैंडल को घुमाएं मेगर पर इसकी रेटिंग को पढ़ें यहां पर 1 मेगा ओम से कम रीडिंग नहीं होनी चाहिए.
शार्ट सर्किट टेस्ट
किस टेस्ट का इस्तेमाल तारों को चेक करने के लिए किया जाता है कि कहीं कोई तार आपस में शार्ट तो नहीं हो गई. इसके लिए सबसे पहले मैन स्विच को बंद कर दें और सारे फ्यूज निकाल दें. लैंप को होल्डर से निकाल दें. और फिर मैगर के टर्मिनल को मेन स्विच के दोनों टर्मिनल के साथ में जोड़ दें. और फिर सभी स्विच ऑन कर दें . अब मैगर के हैंडल को घुमाएं अगर मैगर की सुई शून्य पर रहती है तो इसका मतलब कहीं पर कोई भी शार्ट सर्किट नहीं हुआ. और अगर सुई शून्य पर नहीं होती इसका मतलब कहीं पर कोई तार आपस में शार्ट हो चुकी है.
पोलेरिटी टेस्ट
इसकी मदद से फेज वायर स्विच से जोड़े गए हैं या नहीं इसका पता लगाया जाता है. इसके लिए सबसे पहले मैं स्विच को बंद कर दे और सारे फ्यूज को निकाल दें. सभी लैंप उतार दें और सारे पंखों की तारों को खुला छोड़ दे . अब मेगर कि एक तार को मेन स्विच के फेज में जोड़ दें और दूसरी तार को किसी भी स्विच के फेज में जोड़ दें. और अब मेगर के हैंडल को धीरे-धीरे घुमाएं अगर मेगर 0 तक जाती है तो फेज की तार स्विच से कंट्रोल की गई है और अगर सुई अनंत तक जाती है तो फेज वायर स्विच से कंट्रोल नहीं होती.
ओपन सर्किट टेस्ट
यह टेस्ट सर्किट की कंटीन्यूटी को चेक करने के लिए किया जाता है कि सर्किट में कहीं कोई तार टूटी या खुली तो नहीं रह गई. इसके लिए सबसे पहले मैंने स्विच को ऑन कर दें. सभी बल्ब होल्डर में लगा दे. और सभी स्विच को ऑन कर दें. अब मैगर के दोनों टर्मिनल लोगों को मेन स्विच के टर्मिनलों से जोड़ दें. और फिर मैगर के हैंडल को धीरे-धीरे घुमाएं. अगर मैगर की सुई 0 पर आ जाए तो वायरिंग की कंटीन्यूटी बिल्कुल ठीक है कोई भी वायर कहीं से टूटी या खुली नहीं है. अगर सुई 0 पर नहीं आती तो वायरिंग कहीं ना कहीं से टूटी या खुली रह गई है.
तो यह कुछ महत्वपूर्ण तरीके हैं जिनसे आप अपने घर की वायरिंग को चेक कर सकते हैं. लेकिन अगर आपकी घर की वायरिंग पुरानी है और उसमें कोई दिक्कत आ जाती है तो आप इसके लिए मल्टीमीटर या लाइन टेस्टर का इस्तेमाल करके वायर को चेक कर सकते हैं. लाइन टेस्टर से आप सप्लाई की जांच कर सकते हैं कि फेज की वायर में सप्लाई आ रही है या नहीं. और मल्टीमीटर की मदद से आप किसी भी तार की कंटीन्यूटी को भी चेक कर सकते हैं कि कोई ना कहीं से टूटी या खुली तो नहीं है.
इसके अलावा अगर आप किसी सर्किट का करंट या वोल्टेज मारना चाहते हैं तो इसके लिए आपको वोल्टमीटर, क्लैंप मीटर का इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर आपको पता करना है कि आपके घर का कोई उपकरण कितना करंट ले रहा है तो इसको चेक करने का सबसे आसान तरीका है क्लैंप मीटर को आपको उस उपकरण की तारों के ऊपर लगा देना है. और वहां पर आपको उस उपकरण के द्वारा लिए गए करंट का पता चल जाएगा.
तो इस प्रकार आप किसी भी तार या उपकरण की जांच कर सकते हैं. एक सामान्य व्यक्ति को भी इसके बारे में पता होना चाहिए क्योंकि बिजली का इस्तेमाल हर घर में किया जा रहा है तो इससे संबंधित ज्यादा से ज्यादा जानकारी इलेक्ट्रीशियन और इलेक्ट्रिकल से संबंधित काम करने वाले को होनी चाहिए. इस पोस्ट में आपको अर्थिंग का पता कैसे करें, अर्थिंग वायर में करंट आ रहा है या नहीं कैसे पता करें. तार कहां से टूटी हुई है कैसे पता करें से संबंधित पूरी जानकारी देने की कोशिश की है
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