बिजली का करंट लगने पर क्या करे
बिजली का इस्तेमाल हम अपने काम को आसान बनाने के लिए करते हैं लेकिन बहुत बार इसी बिजली के कारण हमें बहुत ज्यादा नुकसान हो जाता है अगर किसी को बिजली के करंट का झटका लग जाए तो उसकी मौत भी हो सकती है. बिजली का करंट लगने के कई कारण हो सकते हैं. लेकिन इसमें से सबसे ज्यादा कारण होता है हमारे द्वारा की गई लापरवाही कोई भी बिजली का काम करते समय बहुत ही सावधानी बरतें इसके बारे में हमने पहले एक पोस्ट में बताया है. कि कोई भी बिजली का कार्य करते समय आपको क्या क्या सावधानी बरतनी चाहिए और आज इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे की बिजली का करंट लगने पर क्या करे , शरीर में करंट लगने से उपचार, शरीर में बिजली बॉडी में करंट फील होना, करंट से बचने के उपाय, करंट लगने पर घरेलू उपचार, इलेक्ट्रिक शॉक ट्रीटमेंट नीचे आपको यह जानकारी विस्तार पूर्वक दी हुई है.
अगर आपको नहीं पता कि बिजली का झटका क्यों लगता है हम आपको बता दें कि बिजली की दोनों तारों में से सिर्फ एक ही तार में करंट होता है तो अगर हम उस करंट वाली तार को छू लेते हैं तो हमारा शरीर में से वह बिजली प्रवाह होने लगती है और हमें करंट लगता है. अगर हम न्यूट्रल वायर को छू लेते हैं तो हमें करंट का झटका नहीं लगता. तो हमेशा करंट सिर्फ PHASE WIRE के कारण ही लगता है.
लेकिन करंट का झटका करंट की वोल्टेज पर निर्भर करता है अगर वोल्टेज कम है तो हमें झटका कम लगेगा और अगर वोल्टेज ज्यादा है तो करंट का झटका हमें बहुत ज्यादा लगेगा यहां तक कि हमारी मौत भी हो सकती है. और इसी तरह यह हमारे शरीर के ऊपर भी निर्भर करता है अगर हमारे शरीर का रेजिस्टेंस कम होता है तो हमें बिजली का झटका ज्यादा लगता है और अगर हमारे शरीर का रेजिस्टेंस ज्यादा होता है तो हमें बिजली का झटका कम लगता है.
करंट लगने पर क्या प्रभाव होता है
- सांस बंद हो जाना
- बेहोश हो जाना
- मांसपेशियों का सिकुड़ना
- झटके से गिर जाना
- शरीर का जल जाना
- शरीर पर छाले हो जाना
- और कई बार मौत भी हो सकती है.
बिजली का करंट लगने पर क्या करे
अगर कोई व्यक्ति बिजली की तार को छू लेता है तो उसे करंट लगता है और अगर वह उस तार को पकड़े रहता है या किसी उपकरण में खराबी आने के कारण उसे करंट लग जाता है तो आपको क्या करना चाहिए इसके उपचार नीचे दिए गए.
1.सबसे पहले सभी स्विच को बंद करें और जहां तक संभव हो सारे उपकरण की सप्लाई को बंद कर दें.
2.अगर कोई व्यक्ति तार से चिपक गया है तो अपने आप का बचाव करते हुए उसे छुड़ाने की कोशिश करनी चाहिए और व्यक्ति को छुड़ाने के लिए आपको ऐसी वस्तु का इस्तेमाल करना है जिसमें से करंट प्रभाव नहीं हो सकता जैसे : सूखा लकड़ी का डंडा.
3.अगर कोई व्यक्ति किसी टावर पर काम कर रहा है और उसे झटका लग जाता है और वह गिर रहा है तो उसे गिरने से बचाएं.
4.अगर किसी व्यक्ति को करंट लग जाए तो सबसे पहले उसकी सांसें चेक करें कि उसे सांस आ रही है या नहीं और जल्द से जल्द प्राथमिक चिकित्सा का प्रबंध करें और उसे हॉस्पिटल पहुंचाने की कोशिश करें.
5.अगर व्यक्ति को सांस नहीं आ रही तो उसे प्राथमिक चिकित्सा की विधियों अनुसार सांस लेने की कोशिश करें. और कृत्रिम सांस यंत्र का उपयोग करें और जब तक कोई डॉक्टर ना आ जाएं यह प्रक्रिया करते हैं.
6.जब भी हमारी बॉडी को इलेक्ट्रिक शॉक लगता है तो वह हमारे बाहरी त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचाती बल्कि हमारी मसल्स पर प्रभाव डालती है इसीलिए जब भी किसी को इलेक्ट्रिक शॉक लगता है तो उसे कुछ टेस्ट करवाने के लिए दिए जाते हैं जैसे कि Electrocardiogram,Complete Blood Count,Urine Test,X-Rays ,CT Scan इत्यादि यह सभी टेस्ट हमारे शरीर की मसल्स और आंतरिक भाग के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए करवाए जाते हैं और यह टेस्ट सिर्फ आपातकालीन स्थिति में ही करवाए जाते हैं.
7.अगर आपके घर में किसी को करंट लग जाता है तो आप उसे घर पर उपचार देने की बजाय डॉक्टर के पास ले जाने की कोशिश करें अगर उसे करंट का झटका बहुत कम लगा है और उसे सांस लेने में कोई दिक्कत नहीं हो रही है तभी आप उसे घर पर उपचार देकर ठीक कर सकते हैं अन्यथा आप उसे डॉक्टर के पास जल्द से जल्द ले कर जाएं.
2.अगर कोई व्यक्ति तार से चिपक गया है तो अपने आप का बचाव करते हुए उसे छुड़ाने की कोशिश करनी चाहिए और व्यक्ति को छुड़ाने के लिए आपको ऐसी वस्तु का इस्तेमाल करना है जिसमें से करंट प्रभाव नहीं हो सकता जैसे : सूखा लकड़ी का डंडा.
3.अगर कोई व्यक्ति किसी टावर पर काम कर रहा है और उसे झटका लग जाता है और वह गिर रहा है तो उसे गिरने से बचाएं.
4.अगर किसी व्यक्ति को करंट लग जाए तो सबसे पहले उसकी सांसें चेक करें कि उसे सांस आ रही है या नहीं और जल्द से जल्द प्राथमिक चिकित्सा का प्रबंध करें और उसे हॉस्पिटल पहुंचाने की कोशिश करें.
5.अगर व्यक्ति को सांस नहीं आ रही तो उसे प्राथमिक चिकित्सा की विधियों अनुसार सांस लेने की कोशिश करें. और कृत्रिम सांस यंत्र का उपयोग करें और जब तक कोई डॉक्टर ना आ जाएं यह प्रक्रिया करते हैं.
6.जब भी हमारी बॉडी को इलेक्ट्रिक शॉक लगता है तो वह हमारे बाहरी त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचाती बल्कि हमारी मसल्स पर प्रभाव डालती है इसीलिए जब भी किसी को इलेक्ट्रिक शॉक लगता है तो उसे कुछ टेस्ट करवाने के लिए दिए जाते हैं जैसे कि Electrocardiogram,Complete Blood Count,Urine Test,X-Rays ,CT Scan इत्यादि यह सभी टेस्ट हमारे शरीर की मसल्स और आंतरिक भाग के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए करवाए जाते हैं और यह टेस्ट सिर्फ आपातकालीन स्थिति में ही करवाए जाते हैं.
7.अगर आपके घर में किसी को करंट लग जाता है तो आप उसे घर पर उपचार देने की बजाय डॉक्टर के पास ले जाने की कोशिश करें अगर उसे करंट का झटका बहुत कम लगा है और उसे सांस लेने में कोई दिक्कत नहीं हो रही है तभी आप उसे घर पर उपचार देकर ठीक कर सकते हैं अन्यथा आप उसे डॉक्टर के पास जल्द से जल्द ले कर जाएं.
तो ऊपर आपको बिजली का करंट लगने पर क्या करे , शरीर में करंट लगने से उपचार, शरीर में बिजली बॉडी में करंट फील होना, करंट से बचने के उपाय, करंट लगने पर घरेलू उपचार, इलेक्ट्रिक शॉक ट्रीटमेंट के बारे में पूरी जानकारी देने की कोशिश की है हमारी इस जानकारी के बारे में कुछ भी बताना चाहते हैं तो नीचे कमेंट करके जरूर बताएं. और अगर आपको यह जानकारी फायदेमंद लगे तो अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें ताकि उनकी मदद हो सके और वह भी किसी दूसरे की मदद कर सके.
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